पृष्ठभूमि – भारत-रूस संबंधों की विशेष परतें
S-Jaishankar भारत और रूस का रिश्ता लंबे समय से Strategic Partnership पर आधारित रहा है। energy, defence, technology और संस्कृति-सहयोग के क्षेत्र में दोनों देश परंपरागत तौर पर जुड़े हैं।
अब जब व्लादिमीर पुतिन की आगामी भारत यात्रा भी सामने है, तो इस विजिट की Timing और Context और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
क्या हुआ? – S-Jaishankar की मॉस्को विजिट का विवरण
मंगलवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर मॉस्को पहुंचे। वहाँ उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाक़ात की।
उनकी चर्चा में शामिल थे:
- भारत-रूस के बीच नए pacts, agreementsपर काम।
- Multilateral मंच जैसे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में सहभागिता।
- World order, Ukraine conflict, Middle East, global economy जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श।
SCO मीटिंग में भागीदारी – क्यों मायने रखती है?
जयशंकर ने SCO के Heads of Government Council की बैठक में हिस्सा लिया — यह मंच भारत के लिए “regional and global connectivity” के लिहाज से अहम है।
यह बैठक यह दर्शाती है कि भारत सिर्फ bilateral link तक सीमित नहीं बल्कि multilateral frameworks में भी सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।
भारत-रूस नए समझौतों की दिशा में
मास्को में हुई चर्चा के दौरान यह संकेत मिले हैं कि दोनों देशों ने कई बड़े समझौतों पर काम तेज कर दिया है।
इनमें मुख्य बिंदु:
- Defence cooperation और military platforms पर discussion।
- Energy (विशेष रूप से रूसी crude/गैस) और mobility-sector पर साझेदारी।
- Technology, agriculture, space जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग।
Global Context – क्यों यह विजिट अहम है?
विश्व राजनीति में भारत-रूस संबंधों का महत्व अब बढ गया है क्योंकि:
- Ukraine war, Middle East tensions और global supply-chains के दबाव हैं।
- भारत को energy security और strategic autonomy की चुनौतियाँ हैं।
- रूस-भारत संबंधों में “Special & Privileged Strategic Partnership” का वाक्यांश सुनने को मिला है।
भारत की रणनीति – “De-risking & Diversification” का फोकस
मीटिंग में जयशंकर ने स्पष्ट किया कि आज की वैश्विक आर्थिक स्थिति में countries को “de-risk and diversify” रणनीति अपनानी होगी।
भारत का उद्देश्य है कि वो multiple partners से जुड़े, किसी एक पर over-dependence ना हो, और geo-economic risks को कम करे।
चुनौतियाँ और विवादित पहलू
हालांकि विजिट सकारात्मक लग रही है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
- US, EU द्वारा Russia पर लगाए गए sanctions का असर भारत-रूस व्यापार पर पड़ सकता है।
- Energy deals में transparency और long-term viability प्राथमिकता बन रही है।
- Geopolitical pressure के चलते India को balancing act करना होगा।
आगे क्या होगा? – S-Jaishankar
अगले कुछ सप्ताह में निम्नलिखित developments देखने को मिल सकते हैं:
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा – सम्भवतः दिसंबर के पहले सप्ताह में।
- भारत-रूस के बीच नए समझौतों का announcement।
- SCO में आगे भारत की भूमिका और नई राह।
- Energy-mobility sectors में follow-up projects लॉन्च।
निष्कर्ष: S-Jaishankar
इस तरह, विदेश मंत्री S-Jaishankar की मॉस्को यात्रा भारत की विदेश-नीति में एक महत्वपूर्ण पथप्रदर्शक साबित होने जा रही है।
भारत-रूस दोनों के लिए यह सिर्फ एक मुलाक़ात नहीं बल्कि भविष्य-उन्मुख रणनीति का हिस्सा है।
यह विजिट यह बताती है कि भारत अब सिर्फ “न्यू टेलर” नहीं बन रहा बल्कि वैश्विक मंच पर “प्रभावशाली खिलाड़ी” बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
अगर इस यात्रा के दौरान समझौतें सही दिशा में हों, तो आने वाले वर्षों में भारत-रूस साझेदारी का असर भारत के विकास, रक्षा, अर्थव्यवस्था और विश्व-नीति में गहरा दिखेगा।
FAQs – S-Jaishankar
Q1. विदेश मंत्री S-Jaishankar कब रूस गए?
A. उन्होंने मंगलवार को रुसी राजधानी मॉस्को में पहुंचकर उच्च स्तर की बैठकों में भाग लिया।
Q2. उन्होंने कौन-कौन सी बैठकें की?
A. उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से bilateral meeting की और SCO के किसी सम्मेलन में हिस्सा लिया।
Q3. इस विजिट का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. मुख्य उद्देश्य है भारत-रूस के बीच अगले राष्ट्रपति-सम्मेलन के लिए groundwork तैयार करना और multilateral मंचों में भारत की भूमिका मजबूत करना।
Q4. भारत-रूस सम्बन्धों में क्या नया हो सकता है?
A. नए defence deals, ऊर्जा एवं mobility क्षेत्रों में नए projects, और भारत-रूस विशेष रणनीतिक साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाना।
Q5. इस यात्रा का भारत की विदेश-नीति पर क्या असर हो सकता है?
A. यह यात्रा भारत की विदेश-नीति को “एक-साथ कई साजो-सामान” से आगे ले जाने की दिशा में है — जहाँ भारत multiple शक्तियों के बीच संतुलन बनाते हुए अपनी प्राथमिकताओं तय कर रहा है।
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