सूर्या बोले – ‘गंभीर भाई का वो फैसला था Match Turning Point’
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा – “जब ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज तेजी से रन बना रहे थे, तब गंभीर भाई ने एक bold call लिया। उन्होंने हमें बताया कि बॉलिंग चेंज करो और फील्ड को थोड़ा आक्रामक बनाओ। वो decision match का turning point साबित हुआ।”
सूर्या ने आगे कहा कि गंभीर के calm लेकिन sharp decisions ने dressing room में एक अलग energy भर दी है। टीम अब हर मैच में ‘smart cricket’ खेलने की कोशिश कर रही है — सिर्फ aggression नहीं, strategy भी।
गौतम गंभीर की वो Masterstroke Strategy
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल और टिम डेविड क्रीज पर टिक गए थे और रन रेट बढ़ा रहे थे। तभी गंभीर ने स्पिनर अक्षर पटेल को ओवर देने का फैसला किया, जो उस वक्त risky लग रहा था। लेकिन अक्षर ने अपने पहले ही ओवर में मैक्सवेल को क्लीन बोल्ड कर दिया और मैच पलट गया।
इसके बाद भारतीय बॉलर्स ने शानदार comeback किया और ऑस्ट्रेलिया की टीम 20 ओवर में 165 रन पर ही रुक गई। जवाब में भारत ने 8 गेंदें शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।
कैसे बदल रहा है Team India का Attitude?
गौतम गंभीर को जबसे मेंटर बनाया गया है, तबसे टीम इंडिया का mindset पूरी तरह बदल गया है। अब खिलाड़ी सिर्फ व्यक्तिगत प्रदर्शन पर नहीं, बल्कि टीम रणनीति पर फोकस कर रहे हैं।
नए Approach की खास बातें:
- हर खिलाड़ी को अपनी role clarity दी गई है।
- फील्डिंग positions अब data-based होती हैं।
- बॉलिंग बदलाव situation के हिसाब से होते हैं, न कि सिर्फ pattern के अनुसार।
- “Fearless लेकिन sensible cricket” खेलने की सोच बढ़ी है।
सूर्या के शब्दों में — “गंभीर भाई कभी चिल्लाते नहीं, बस quietly एक line बोलते हैं जो सब समझ जाते हैं कि अब क्या करना है।”
मैच का पूरा Highlights
टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी चुनी थी। शुरुआती ओवरों में मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह ने tight bowling की, लेकिन तीसरे ओवर से ऑस्ट्रेलिया ने तेज खेलना शुरू कर दिया।
मैक्सवेल ने सिर्फ 25 गेंदों में 45 रन ठोके, लेकिन अक्षर पटेल की गेंद पर bowled हो गए। इसके बाद टिम डेविड और वेड ने छोटी-छोटी partnerships कीं, पर स्कोरboard ज्यादा नहीं बढ़ सका।
भारत की ओर से अक्षर पटेल ने 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट लिए। जबकि अर्शदीप और सिराज को 2-2 विकेट मिले।
भारतीय पारी की बात करें तो –
यशस्वी जायसवाल ने शुरू से आक्रामक बल्लेबाजी की और सिर्फ 18 गेंदों में 36 रन बनाए। श्रेयस अय्यर ने 42 रन की शानदार पारी खेली, और अंत में रिंकू सिंह ने फिनिशर की भूमिका निभाते हुए छक्का लगाकर जीत दिलाई।
गंभीर का प्रभाव – “Killer Instinct” वापस!
टीम इंडिया के कई पूर्व खिलाड़ी भी मानते हैं कि गौतम गंभीर का मेंटर बनना टीम के लिए blessing साबित हुआ है। वो सिर्फ क्रिकेट नहीं सिखाते, बल्कि ‘killer instinct’ वापस लाए हैं जो कभी धोनी के दौर में देखने को मिलती थी।
गंभीर की खासियत है कि वो हर खिलाड़ी को उसके comfort zone से बाहर push करते हैं। उनका कहना है – “Talent सबके पास होता है, फर्क attitude से पड़ता है।”
उन्होंने कुछ बड़े बदलाव किए हैं:
- नेट्स में हर खिलाड़ी से specific targets achieve करवाना।
- टीम मीटिंग्स में “why” culture – हर decision के पीछे reasoning समझाना।
- फील्डिंग drills में game pressure simulate करना।
- सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों के बीच communication open रखना।
Post-Match Presentation में क्या बोले Suryakumar Yadav?
सूर्या ने कहा – “टीम के हर खिलाड़ी ने अपना best दिया, लेकिन अगर मैं ईमानदारी से कहूं तो आज का credit गंभीर भाई को जाता है। उनका वो bold decision अगर नहीं आता तो शायद मैच का outcome कुछ और होता।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने dressing room में एक word लिखा है – ‘Fearless but Focused’। यही हमारी टीम की नई पहचान है।”
Team India के Fans बोले – “Gambhir is the Game Changer”
सोशल मीडिया पर भी फैंस ने गंभीर की जमकर तारीफ की। ट्विटर (अब X) पर #ThankYouGambhir और #INDvsAUS दोनों ट्रेंड कर रहे थे।
“Gautam Gambhir ने जो धोनी के दौर में calm aggression सिखाया था, वो अब इस टीम में फिर से दिख रहा है।” – एक फैन ने लिखा।
क्या गंभीर होंगे अगला Head Coach?
हालांकि अभी वो सिर्फ T20 सीरीज के मेंटर हैं, लेकिन टीम के प्रदर्शन को देखकर कई क्रिकेट एक्सपर्ट मानते हैं कि गंभीर को फुल-टाइम हेड कोच बनाना चाहिए।
उनकी tactical सोच, खिलाड़ियों के साथ chemistry और जीत की भूख देखकर ये साफ है कि वो भारतीय क्रिकेट के लिए एक perfect modern coach साबित हो सकते हैं।
IND vs AUS सीरीज का हाल
- पहला मैच – भारत ने 6 विकेट से जीता
- दूसरा मैच – भारत ने 42 रन से जीता
- तीसरा मैच – ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से जीता
- चौथा मैच – भारत ने 7 विकेट से जीता (सीरीज 3–1)
आखिरी मैच अब मुंबई में खेला जाएगा, जहां भारत “clean finish” की कोशिश करेगा।
Final Thoughts: T20
गंभीर का ये bold move सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि टीम इंडिया की नई सोच की झलक है। अब ये टीम सिर्फ जीतने नहीं, बल्कि dominant तरीके से जीतने उतरी है।
अगर ऐसा ही approach बना रहा, तो आने वाले महीनों में T20 World Cup में भारत सबसे बड़ा दावेदार माना जाएगा।
FAQs – IND vs AUS 4th T20 2025
Q1: भारत ने चौथा टी20 मैच कैसे जीता?
गंभीर के एक रणनीतिक निर्णय (अक्षर पटेल को बॉलिंग देना) ने मैच पलट दिया और टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की।
Q2: गौतम गंभीर की क्या भूमिका थी?
वो टीम के मेंटर हैं और मैच के दौरान बॉलिंग चेंज और फील्ड सेटिंग पर उनका अहम योगदान रहा।
Q3: सूर्यकुमार यादव ने गंभीर के बारे में क्या कहा?
सूर्या ने कहा कि गंभीर का वो bold फैसला ही match का turning point था।
Q4: सीरीज में भारत की स्थिति क्या है?
भारत ने सीरीज 3-1 से जीत ली है, अब आखिरी मैच मुंबई में खेला जाएगा।
Q5: क्या गंभीर भविष्य में हेड कोच बन सकते हैं?
हाँ, अगर उनका प्रदर्शन और टीम पर असर ऐसा ही रहा तो ये पूरी तरह संभव है।
Final Verdict:
IND vs AUS 4th T20 सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक statement है – कि टीम इंडिया अब फिर से “killer mode” में लौट आई है। और इसके पीछे सबसे बड़ा नाम है – Gautam Gambhir!
Read More:- Investment Tips: 30, 40 और 50 की उम्र में कैसे बनाएं करोड़ों का रिटायरमेंट फंड? ये रहा परफेक्ट फॉर्मूला!
Read More:- Suzlon Energy Q2 Results 2025: शानदार Growth के साथ कंपनी ने किया Investors को खुश!



