PM Modi in Goa गोवा में शनिवार को इतिहास, आध्यात्मिकता और संस्कृतिक विरासत का संगम देखने को मिला।
श्री संस्थान गोकर्ण पारतागली जीवत्तम मठ की 550वीं वर्षगांठ को इस बार रधा पंचाशतमानोत्सव के रूप में भव्य तरीके से मनाया गया।
इसी अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहुंचकर भगवान राम की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया, जिसे देखकर पूरा परिसर जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।
Ye event ek सामान्य धार्मिक कार्यक्रम नहीं था — बल्कि गोवा, कर्नाटक और पूरे दक्षिण भारत की centuries-old परंपरा, संस्कृति aur spiritual legacy का एक महा उत्सव था. PM Modi की मौजूदगी ने इस समारोह को national spotlight में ला दिया।
PM Modi in Goa दौरा: क्या-क्या हुआ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह गोवा पहुंचे और सीधे पारतागली जीवत्तम मठ पहुंचे, जहां उनका शाही और परंपरागत welcome किया गया।
इसके बाद उन्होंने:
- ४० फीट से अधिक ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण किया
- मठ के प्रमुख संतों से मुलाकात की
- मठ के ऐतिहासिक ग्रंथों और परंपराओं को देखा
- सभा को संबोधित किया
- 550वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम में भाग लिया
पूरे कार्यक्रम में spiritual aura, faith और cultural pride साफ नजर आई। Thousands of devotees, locals, scholars और visitors ने इस mega celebration में हिस्सा लिया।
भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण — PM Modi ने क्या कहा?
PM Modi ने भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण किया तो पूरा परिसर “जय श्री राम” की गर्जना से भर गया।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा:
“भगवान राम भारतीय संस्कृति, आदर्श और मर्यादा पुरुषोत्तम का प्रतीक हैं। गोवा की धरती पर उनका आशीर्वाद मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।”
उन्होंने आगे कहा कि:
“550 सालों की आध्यात्मिक यात्रा का यह उत्सव भारत की सभ्यता, संस्कृति और ज्ञान की निरंतरता का प्रमाण है।”
यह प्रतिमा न सिर्फ धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक भी है। इसे specially इस वर्षगांठ के लिए तैयार किया गया था, जिसमें local artisans और traditional sculptors ने महीनों मेहनत की।
श्री संस्थान गोकर्ण पारतागली जीवत्तम मठ का इतिहास
इस मठ का इतिहास लगभग 550 वर्षों से भी ज्यादा पुराना बताया जाता है। इसकी स्थापना 1475 के आसपास कर्नाटक के गोकर्ण क्षेत्र में हुई थी.
बाद में इसका विस्तार गोवा तक हुआ, और आज यह गौड़ सारस्वत ब्राह्मण समुदाय का सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।
यहां से वर्षों से:
- वैदिक शिक्षा
- धर्म-संस्कृति का संरक्षण
- ग्रंथों का अध्ययन
- सामाजिक upliftment
- आध्यात्मिक साधना
जैसे अनेक कार्य किए जाते हैं।
हर वर्ष हजारों लोग इस मठ में दर्शन करने आते हैं।
550वीं वर्षगांठ: रधा पंचाशतमानोत्सव क्यों है खास?
रधा पंचाशतमानोत्सव वास्तव में 550 वर्षों की सतत आध्यात्मिक परंपरा का स्मरण है। इस आयोजन में:
- शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम
- सांस्कृतिक नृत्य
- धार्मिक अनुष्ठान
- मठ के इतिहास पर प्रदर्शनी
- ज्ञानगोष्ठी (spiritual seminars)
- प्राचीन लेखों और प्रतीकों का प्रदर्शन
आदि शामिल रहे.
इस समारोह में समुद्र, संस्कृति और spirituality तीनों का perfect blend देखने को मिला।
PM Modi के भाषण की मुख्य बातें
PM Modi ने अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बातें कही:
1. भारत की सांस्कृतिक विरासत की ताकत
उन्होंने कहा कि भारत ने 550 सालों में कई राजवंश, कई बदलाव और कई संघर्ष देखे, लेकिन हमारी आध्यात्मिक परंपरा अटूट रही।
2. Goan जनता की सौहार्दपूर्ण संस्कृति
मोदी ने गोवा की बहुलतावादी और सौहार्दपूर्ण संस्कृति की जमकर प्रशंसा की।
3. भगवान राम के आदर्श
“राम सिर्फ धर्म नहीं, बल्कि national character हैं” — यह लाइन उन्होंने विशेष रूप से कही।
4. आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा
उन्होंने कहा कि गोवा सिर्फ beaches के लिए नहीं, बल्कि अपनी rich spiritual heritage के लिए भी globally पहचान बनाता जा रहा है।
इस कार्यक्रम का सांस्कृतिक महत्व
यह समारोह सिर्फ एक religious event नहीं था।
इसका cultural impact बहुत बड़ा है:
- Goan identity और Indian heritage का संगम
- tourism में spiritual dimension का जुड़ना
- young generation को Indian tradition से जोड़ना
- स्थानीय कारीगरों और artisans को national exposure
- GSB community में गर्व की भावना
कई scholars और historians का मानना है कि यह कार्यक्रम आने वाली पीढ़ियों के लिए inspiration बनेगा।
Latest News Updates (PM Modi in Goa)
- PM मोदी ने मठ में पहुंचकर कार्यक्रम की शुरुआत की
- भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण
- मठ के 550 साल के इतिहास की कहानी
- उत्सव में हिस्सा लेने हजारों लोग पहुंचे
- PM मोदी के भाषण की मुख्य बातें
- Goan संस्कृति पर प्रभाव
PM Modi in Goa (FAQ)
1. पीएम मोदी गोवा क्यों गए थे?
वे श्री संस्थान गोकर्ण पारतागली जीवत्तम मठ की 550वीं वर्षगांठ (रधा पंचाशतमानोत्सव) में शामिल होने गए थे।
2. भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण क्यों किया गया?
यह प्रतिमा मठ की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत के सम्मान में स्थापित की गई है।
3. इस कार्यक्रम का सांस्कृतिक महत्व क्या है?
यह कार्यक्रम आध्यात्मिकता, इतिहास और Goan संस्कृति का grand celebration था।
4. क्या यह आयोजन हर साल होता है?
नहीं, यह 550वीं वर्षगांठ के विशेष अवसर पर आयोजित किया गया mega event है।
5. मठ किस समुदाय से जुड़ा है?
यह गौड़ सारस्वत ब्राह्मण (GSB) समुदाय का प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है।
Conclusion: PM Modi in Goa
PM Modi का गोवा दौरा न सिर्फ एक ceremonial visit था, बल्कि भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है।
550वीं वर्षगांठ का यह आयोजन आने वाले समय में cultural tourism, heritage awareness और Goan pride को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण इस historic event की सबसे बड़ी highlight रही — जो आने वाले दशकों तक लोगों को भारतीय संस्कृति की याद दिलाती रहेगी।
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