यह धुंध भारत की नहीं, बल्कि 4,500 किलोमीटर दूर Ethiopia Volcano Eruption से उठी राख है।जी हां, पूर्वी अफ्रीका के इथियोपिया में फटे एक शक्तिशाली ज्वालामुखी की राख भारत के आसमान तक पहुंच चुकी है। सवाल उठता है:
4,500 KM दूर का धुआं दिल्ली तक कैसे आ गया?
आओ, इसे आसान Hinglish में समझते हैं।
ज्वालामुखी कहाँ फटा और कितना शक्तिशाली था?
Ethiopia में स्थित एक active volcano ने अचानक तेज विस्फोट किया। इतना शक्तिशाली blast हुआ कि राख का बादल सीधे 16–18 किलोमीटर की ऊँचाई तक पहुंच गया, यानी स्ट्रैटोस्फियर लेवल में। इस लेयर में पहुंची राख हवा में बहुत ज्यादा दूरी तक travel कर सकती है।
विस्फोट इतना तेज था कि NASA और European Space Agencies ने राख को East Africa → Arabian Sea → India की ओर बढ़ते हुए मॉनिटर किया।
Delhi तक राख कैसे पहुंची? (Scientific Reason, आसान भाषा में)
1. स्ट्रैटोस्फियर में पहुंची राख
सामान्य धुआं ट्रोपोस्फियर में रहता है, जहां हवा का फ्लो ज्यादा नहीं होता, इसलिए वह कुछ सौ किलोमीटर से आगे नहीं जाता।
लेकिन Ethiopia Volcano Eruption में राख सीधा 18 KM ऊपर पहुंच गई।
इस ऊँचाई पर हवा बहुत तेज चलती है।
2. Jet Stream का रोल
भारत की ओर तेज रफ्तार से हवा बहने वाली Subtropical Jet Stream ने राख को गति दी।
यह 150–200 km/h की स्पीड से हवा को पूर्व की दिशा में धकेलती रहती है।
3. Arabian Sea के ऊपर हवा का मोड़
Arabian Sea पर पश्चिमी हवाएँ सक्रिय थीं, जिन्होंने राख का रुख बदला और इंडियन सब-कॉन्टिनेंट की ओर धकेल दिया।
4. Delhi में सर्दी + हवा की धीमी गति
दिल्ली में इस समय हवा की गति कम थी।
जब external dust या volcanic ash यहां पहुंची, वह हवा में ही फंस गई — इसी वजह से स्मॉग जैसा लेयर दिखाई देने लगा।
Delhi में क्या प्रभाव दिख रहा है?
- आसमान धुंधला और हल्का ग्रे दिख रहा है
- हवा की गुणवत्ता (AQI) में 80–120 पॉइंट की गिरावट
- धूप हल्की कम दिख रही है
- सांस लेने में भारीपन महसूस
- Allergy, burning eyes और headache के मामले बढ़े
विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति अगले 48–72 घंटे तक रह सकती है, जब तक हवा की दिशा नहीं बदलती।
क्या यह राख Delhi वालों के लिए खतरनाक है?
सीधा जवाब: थोड़ी मात्रा में volcanic ash शरीर के लिए harmful होती है।
लेकिन राहत की बात यह है कि Delhi तक पहुंची राख पूरी तरह सूक्ष्म (fine particles) में बदल चुकी है और इसकी मात्रा कम है।
हालांकि, यह PM2.5 लेवल बढ़ा सकती है, जिससे सांस और आंखों की समस्या हो सकती है।
AIIMS डॉक्टरों ने सलाह दी है कि—
- Mask पहनकर ही बाहर जाएं
- Asthma के मरीज inhaler पास रखें
- ज़्यादा समय outdoor activities से बचें
- Windows को कुछ समय के लिए बंद रखें
Volcanic Ash and Weather: क्या Delhi में बारिश ला सकती है?
कई बार volcanic ash बादलों की नमी को आकर्षित कर हल्की बारिश ला सकती है।
मौसम विभाग का कहना है—
“यदि पंजाब–हरियाणा की ओर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता है, तो Delhi में हल्की ड्रिज़ल संभव है, जो हवा की सफाई में मदद करेगी।”
क्या यह पहली बार है जब India तक पहुंची volcano ash?
नहीं।
पिछले 20 सालों में कई बार दूर देशों की volcanic ash India तक आई है:
- 2011 — Eritrea volcano की राख राजस्थान तक पहुंची
- 2020 — Madagascar volcano की राख दक्षिण भारत में दर्ज की गई
- 2022 — Tonga volcano explosion की राख Bay of Bengal तक पहुंची
Ethiopia Volcano Eruption के पीछे कारण क्या था?
East Africa Rift System दुनिया के सबसे active tectonic zones में से एक है।
यह इलाका लगातार हिलता रहता है, जहां Arabian Plate और African Plate अलग हो रही हैं।
Earth’s crust में बढ़ते pressure ने magmatic chamber को ऊपर की ओर धकेला और volcano erupt हो गया।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे volcano आगामी वर्षों में और भी सक्रिय हो सकते हैं।
World Wide Impact: और किन देशों पर असर?
- Sudan – आसमान में धुंध
- Saudi Arabia – हवा की गुणवत्ता प्रभावित
- Yemen – राख की हल्की परत
- Pakistan – हवा में हल्की धूल
- India – Delhi, Rajasthan, Haryana में हल्की राख
Satellite maps बताती हैं कि पूरा volcanic plume भारत तक सीधे streamlined route से पहुंचा।
FAQ: Ethiopia Volcano Eruption
1. Ethiopia Volcano Eruption क्या है?
East Africa में फटा एक powerful volcano है, जिसकी राख 18 KM की ऊंचाई तक गई और हवा के साथ भारत पहुंच गई।
2. क्या दिल्ली की हवा में volcanic ash खतरनाक है?
मात्रा कम है, लेकिन यह PM2.5 बढ़ा सकती है। Asthma या allergy वाले लोग सावधानी बरतें।
3. 4,500 KM दूर की राख दिल्ली तक कैसे पहुंची?
Jet Stream और पश्चिमी हवाओं ने राख को East Africa से India की तरफ भेज दिया।
4. क्या इस वजह से दिल्ली में बारिश हो सकती है?
हाँ, यदि Western Disturbance सक्रिय हुआ तो हल्की बारिश हवा को साफ कर सकती है।
5. क्या यह घटना बार-बार होगी?
East Africa Rift active है, इसलिए आने वाले वर्षों में volcanic activity बढ़ सकती है।
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