पृष्ठभूमि – कौन हैं Azam Khan और उनका सफर
आजम खान (Azam Khan) यूपी की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम है। उन्होंने कई बार विधायक और सांसद की हैसियत से काम किया है। उनकी राजनीति विवादों से भी नहीं दूर रही है — और अब नया हमला एक ऐसे मामले में सामने आ रहा है जिसमें पैन कार्ड (PAN card) और जन्मतिथि (Date of Birth) से जुड़े धोखे का आरोप है।
हाल ही में उन्हें जेल से रिहा किया गया था, लेकिन उस रिहाई के बाद भी वक़्त ने फिर मोड़ लिया है। अब अगले चरण में इस मुकदमे का असर और उनके राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं।
मामला क्या है? – पैन कार्ड या ‘दो जन्मतिथियाँ’ वाला फॉर्मूला
मुकदमा 2019 में दायर हुआ था, अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam) उनके पुत्र के नाम से। आरोप है कि उन्होंने दो PAN कार्ड लिए — जिनमें जन्मतिथि अलग-अलग दिखती थी। एक पैन कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1993 थी, जो उनके स्कूल रिकॉर्ड से मेल खाती थी; और दूसरी में 30 सितंबर 1990।
माना जा रहा है कि यह फॉर्मूला इसलिए किया गया ताकि विधानसभा चुनाव लड़ने की योग्यता पूरी हो सके — यानि उम्र कम-ज्यादा दिखाने की बात सामने आई।
मुकदमे में शामिल प्रमुख धारा-संख्या हैं: धोकाधड़ी (Section 420), जालसाजी (Section 467), धोखे के लिए जालसाजी (Section 468), जाली दस्तावेज़ का उपयोग (Section 471) तथा आपराधिक साजिश (Section 120-B) आदि।
ताज़ा फैसला – 7-7 साल की सजा और आगे क्या?
17 नवंबर 2025 को, MP‑MLA Court Rampur ने आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को दोषी करार दिया। प्रत्येक को सात साल की जेल-सजा सुनाई गयी है। साथ ही जुर्माने का प्रावधान भी हुआ है।
उनकी सजा में पहले से बिताई गयी न्यायिक हिरासत (judicial custody) का समायोजन भी कहा गया है।
अभी यह साफ नहीं है कि किस तारीख से सजा प्रारम्भ होगी, क्या जमानत की गुंजाइश है, और उनका चुनाव-योग्यता क्या स्थिति में है। लेकिन एक तथ्य यह है कि दो साल या उससे अधिक की सजा मिलने पर प्रतिनिधित्व (MP/MLA) रखने संबंधी कानूनन प्रतिबंध लग सकता है।
राजनीतिक हलचल – SP और विपक्ष की प्रतिक्रिया
Samajwadi Party (SP) ने इस फैसले को राजनीति-प्रेरित बताने की कोशिश की है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि “शक्ति के घमंड में जो अन्याय करते हैं, अंततः प्रकृति का फैसला उन्हें मिल जाता है”।
वहीं, विपक्षी दलों ने कहा है कि यह उनकी उम्र-उमीदवारी, निर्वाचन योग्य स्थिति और भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए संकेत है। राजनीतिक गलियारे में यह मामला अगले विधानसभा-चुनाव की दिशा में संकेत देता है।
आजम खान के लिए क्या मायने रखता है यह फैसला?
इस फैसले के बाद आजम खान के लिए कई बड़े प्रश्न खड़े हो गए हैं:
- चुनावी नेतृत्व और लोकप्रियता: लंबे समय से राजनीति में सक्रिय आजम खान की जन-पसंद और क्षेत्रीय प्रभुत्व की परीक्षा होगी।
- चुनावी योग्यता: उस सजा-काल के कारण क्या वे आगामी चुनाव में खड़े हो सकते हैं — यह अहम रहेगा।
- संपत्ति और वित्तीय जांचें: पैन-कार्ड फर्जीवाड़ा मामला वित्तीय उल्लंघन की दिशा में संकेत देता है, जिसे आगे अन्य एजेंसियाँ खंगाल सकती हैं।
- पार्टी में असर: SP के अंदर तथा गठबंधनों में इस फैसला का प्रभाव होगा—क्या नए चेहरे उभरेंगे? क्या आजम-ब्रांड कमजोर होगा?
क्या आगे चुनौतियाँ होंगी?
हाँ—कुछ बिंदुओं पर खास ध्यान देने की ज़रूरत है:
- ऊँचे न्यायालयों में अपील: यह मामला हाई-कोर्ट या सुप्रीम-कोर्ट तक पहुंच सकता है।
- अन्य लंबित मामले: आजम खान के खिलाफ कई अन्य केस भी लंबित हैं।
- पार्टी-रणनीति बदल सकती है: SP को ‘प्रोफाइल पुनर्गठन’ करना पड़ सकता है।
- सार्वजनिक छवि और मीडिया: जनता की निगाहें अब ऐसे नेताओं पर और तीव्र होंगी जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार या फर्जीवाड़े के आरोप हों।
ताज़ा समाचार अपडेट्स
- आजम खान व बेटे को dual PAN कार्ड मामले में 7-7 साल की सजा सुनाई गई। :contentReference[oaicite:16]{index=16}
- अब्दुल्ला आजम के खिलाफ हाई-कोर्ट ने फर्जी पासपोर्ट-पैन कार्ड मामले की याचिकाएँ खारिज की थीं। :contentReference[oaicite:17]{index=17}
- आजम खान को पहले भी अन्य मुकदमों में सजा हो चुकी है; उनका राजनीति में भविष्य अब और अधिक जटिल हो गया है। :contentReference[oaicite:18]{index=18}
निष्कर्ष
आजम खान का यह मामला सिर्फ एक नेता-कांड नहीं, बल्कि राजनीति-और-न्याय की टकराहट का प्रतीक बन गया है। लंबे समय जेल में रहने के बाद उनकी रिहाई के बाद भी यह फैसला यह दिखाता है कि राजनीति में ‘स्वतंत्रता-के बाद’ भी चुनौतियाँ आसान नहीं होतीं।
अब देखना होगा कि आजम खान, SP और यूपी की राजनीति किस दिशा में आगे जाती है — क्या यह घटना एक नए अध्याय की शुरुआत बनती है या एक पुरानी पहचान का अंत।
FAQ – Azam Khan
Q1. Azam Khan और उनके बेटे को किस कारण सजा हुई है?
A. उन्हें इस लिए सजा हुई क्योंकि उन्होंने एक मामले में दो अलग जन्मतिथियों वाला PAN कार्ड बनाया था, जिसमें फर्जीवाड़े और जालसाजी का आरोप था।
Q2. सजा कितनी है और क्या पहले हिरासत में रह चुके दिन घटाए जाएंगे?
A. प्रत्येक को 7 साल की जेल सुनाई गई है। साथ ही, पहले से बिताए गए न्यायिक हिरासत के दिन सज़ा में घटाए जाने की संभावना बताई गई है।
Q3. क्या Azam Khanअब चुनाव नहीं लड़ सकते?
A. आम तौर पर अगर किसी सांसद/विधायक को दो साल या उससे अधिक की सजा होती है तो उनकी सदस्यता समाप्त हो जाती है और वे चुनाव नहीं लड़ सकते।
Q4. क्या SP ने फैसला स्वीकार किया है?
A. SP ने इस मामले को राजनीति-प्रेरित करार दिया है और पार्टी के शीर्ष नेता ने इस फैसले पर सवाल उठाया है।
Q5. इस फैसले का यूपी की राजनीति पर क्या असर होगा?
A. इस तरह के मामलों से भविष्य में राजनीतिक दलों की छवि, गठबंधन-रणनीति और जनता-नज़र में नेताओं की जवाबदेही बढ़ सकती है। खासकर उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में जहां युवा और बदलाव-उम्मीद दोनों मौजूद हैं।
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