जानिए Indian Defence Attaché कौन होते हैं, क्या भूमिका निभाते हैं, और भारत के वैश्विक रक्षा रिश्तों में उनका क्या महत्व है।
Indian Defence Attaché कौन होता है?
Indian Defence Attaché एक ऐसा सैन्य अधिकारी होता है जिसे भारत सरकार दूसरे देशों में स्थित भारतीय दूतावास या उच्चायोग (Embassy/High Commission) में नियुक्त करती है। वह देश का रक्षा प्रतिनिधि होता है, जो उस देश और भारत के बीच रक्षा और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने का कार्य करता है।
They are usually senior officers from the Indian Army, Navy, or Air Force, selected based on experience, rank, and diplomatic training.
प्रमुख जिम्मेदारियाँ (Key Responsibilities)
Indian Defence Attaché की जिम्मेदारियाँ बहु-आयामी होती हैं:
1. सैन्य राजनयिक (Military Diplomacy)
Attaché उस देश की सेना और भारत के बीच सैन्य संवाद स्थापित करता है। यह रक्षा समझौतों, संयुक्त सैन्य अभ्यास (joint exercises), और रक्षा नीति संवाद को सुगम बनाता है।
2. इंटेलिजेंस शेयरिंग (Security & Intelligence Liaison)
Although not a spy, a defence attaché keeps track of military movements, strategic developments, and geopolitical shifts in the host country — and regularly sends updates to Indian authorities.
3. Defence Equipment Procurement या Export Assistance
If Indian defence companies are exporting arms or military hardware, the Attaché helps in building trust and navigating foreign policies.
4. Crisis Management
अगर किसी आपदा, युद्ध या विवाद की स्थिति हो, तो Attaché वहां फंसे भारतीयों की मदद और भारतीय हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
कौन-कौन से देशों में होते हैं Defence Attachés?
भारत के Defence Attachés लगभग 40+ देशों में नियुक्त हैं, जैसे:
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USA
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Russia
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France
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Australia
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Japan
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Singapore
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Afghanistan
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Saudi Arabia
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Israel
यह नियुक्तियाँ भारत की विदेश नीति, रणनीतिक महत्व और सुरक्षा जरूरतों के आधार पर तय होती हैं।
कैसे बनते हैं Indian Defence Attaché?
पात्रता (Eligibility)
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सेना में कम-से-कम कर्नल या समकक्ष रैंक का अधिकारी
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रणनीतिक, विदेशी भाषा व सांस्कृतिक ज्ञान
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Ministry of Defence और Ministry of External Affairs दोनों की मंज़ूरी आवश्यक
ट्रेनिंग
Attaché बनने से पहले अधिकारी को राजनयिक प्रशिक्षण (Diplomatic Training), विदेशी भाषा कौशल, और संवेदनशील डिप्लोमैटिक मिशन की समझ दी जाती है।
Indian Defence Attaché के मिशन से जुड़े कुछ चर्चित उदाहरण
General Dalbir Singh Suhag – Seychelles में रक्षा सहयोग को नई दिशा देने में उनका योगदान सराहनीय रहा।
Lt Gen A.S. Bedi – अमेरिका में बतौर Attaché उन्होंने Indo-US Joint Exercises को आसान बनाया।
Air Marshal A.P. Singh – France में Rafale Jets की डील को सफलतापूर्वक डील करवाने में सहयोग दिया।
Indian Defence Attaché और Global Defence Diplomacy
➤ भारत की Act East Policy और Indo-Pacific Vision को लागू करने में Defence Attaché की भूमिका बहुत अहम होती जा रही है।
➤ आज के दौर में जहां “Military is also about Messaging”, वहां Attaché एक soft power और deterrence दोनों का प्रतीक बन चुका है।
FAQs (People Also Ask)
Q. Indian Defence Attaché किस मंत्रालय के अंतर्गत आता है?
Ministry of Defence और Ministry of External Affairs, दोनों की निगरानी में।
Q. क्या Indian Defence Attaché को हथियार रखने की अनुमति होती है?
सिर्फ विशेष परिस्थितियों में और कानूनों के अनुरूप।
Q. क्या वे किसी भी देश में जासूसी करते हैं?
Attaché एक आधिकारिक और कानूनी पद होता है, उनका कार्य जासूसी नहीं बल्कि सैन्य संवाद और सहयोग होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Indian Defence Attaché भारत की सुरक्षा और विदेश नीति का एक अहम स्तंभ है। वे देश के “Defence Ambassadors” होते हैं, जो सीमाओं से परे रहकर भारत की संप्रभुता, रक्षा हितों और रणनीतिक लक्ष्यों की रक्षा करते हैं। चाहे वो एक सैन्य समझौता हो या युद्धकालीन स्थिति में भारतीयों की सुरक्षा – ये अधिकारी देश की मजबूती का संकेत हैं।