Buxar का कुख्यात अपराधी Chandan Mishra पारस अस्पताल की ICU में गोली मारकर हत्या—जानिए पूरी घटनाक्रम, पुलिस की समीक्षा और इसके बाद क्यों हुई राष्ट्रपति शासन की मांग।
आज सुबह पटना के पारस HMRI अस्पताल की ICU में एक सनसनीखेज वारदात हुई — जहां 5 बंदूकधारी चुपके से दाखिल होकर चंदन मिश्रा को गोली मारकर हत्या कर दी। ये घटनाक्रम सिर्फ एक शातिर अपराधी की मौत नहीं, बल्कि बिहार में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का सबसे ताज़ा संकेत है।
चलिए इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं क्या हुआ, क्यों हुआ, आगे क्या होगा और लोगों की क्या प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
घटना का क्रम – ICU में कैसे घुसे बंदूकधारी?
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दिन : 17 जुलाई 2025
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स्थान : Paras HMRI, पटना
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शामिल लोग : करीब 5 हथियारबंद आरोपी
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कैसे घुसे : CCTV फुटेज में साफ़ दिखा कि हथियारधारी चुपचाप ICU तक पहुंचे
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क्या किया : multiple शॉट्स फायर किए गए, इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई
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हत्या की पुष्टि : बाद में अस्पताल में ही उनकी मौत हो गई
चंदन मिश्रा कौन थे?
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गांव : सोनवर्षा, बक्सर (बिहार)
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अपराधी इतिहास : हत्या, फिरौती, अपहरण — दो दशक से सक्रिय
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राजेंद्र केसरी की हत्या तक की पॉलिटिकल अंदाज में घोषणा और फिर अंजाम
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बीमार होने के बावजूद बेउर जेल में बंद, बाद में मेडिकल पैरोल पर अस्पताल में भर्ती
इसके बाद मुद्दों की बाढ़ क्यों?
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हथियार ले कर ICU में घुसपैठ → अस्पताल की सुरक्षा में बड़ा फ़ासला
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पार्शनल सांसों पर सवाल → पुलिस और सीएम नीतीश कुमार पर लोगों की नाराज़गी
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राजनीतिक दबाव → विपक्ष ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग उठाई
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
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RJD के तेजस्वी यादव :
“क्या बिहार में कोई सुरक्षित है? अस्पताल में अंदर ये सब कैसे हो सकता है?” -
CONGRESS टीम ने ICU वीडियो शेयर किया और कहा:
“Criminals walked into ICU, shot him dead—Is this ‘goon raj’?” -
डीसीपी पटना : जांच शुरू, hospital staff और CCTV footage की समीक्षा जारी
बिहार में Law & Order की स्थिति
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जुलाई 2025 के पहले 17 दिनों में 46 मर्डर की रिपोर्ट
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Shahpur जैसे इलाकों में एक ही दिन में दूसरी हत्या की घटना
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विरोधी दलों का कहना है— “ये रिवर्स गरंटी है की प्रशासन बंद है”
Medical parole + hospital security — कहाँ चूक हुई?
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मिश्रा मेडिकल पैरोल पर क्यों आए थे?
बुर्ज या गंभीर बीमारी के चलते इलाज करवाने की आवश्यकता हुई थी (likely cardiac/respiratory) -
सवाल है कि ICU में इतनी आसानी से बंदूकधारी कैसे पहुँचे।
– काउंटर्ड सुरक्षा चेक न होना
– CCTV कैमरों की सीमित कवरेज
– hospital staff में कोई व्यवस्था चूक।
आगे की कार्रवाई — पुलिस ने क्या किया?
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CCTV footage को forensic analysis के लिए भेजा गया
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Hospital staff की जांच शुरू
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Buxar और Patna पुलिस के बीच टास्क फोर्स गठित
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नामजद आरोपी की तलाश, राजकीय गाड़ियों और बोल्ड स्कॉटर्स ट्रैकिंग शुरू
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
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कई यूज़र्स ने लिखा:
“यहां तो अब अपराधियों को अस्पताल तक safe zone लगने लगा है…”
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कुछ ने कहा:
“क्यों बार-बार घटनाएं हों? President’s Rule ही लगाओ!”
— दर्शाता है कि जनता में निराशा और भय दोनों ही मौजूद हैं।
Blogger की राय – क्या कदम उठाने चाहिए?
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सरकारी अस्पतालों और private अस्पतालों में सशक्त सुरक्षा
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Medical parole के नियमों की समीक्षा
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CCTV, security staff training और metal detectors जरूरी
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अपराधियों और गैंग लीडर्स के treatment के दौरान पुलिस escort भी अपनाया जाना चाहिए
FAQ – आपकी जिज्ञासाओं का जवाब
Q1. चंदन अस्पताल में क्यों थे?
Medical parole पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थे।
Q2. कितने बंदूकधारी थे?
CCTV में 5 हथियारबंद आरोपी दिखाई दिए।
Q3. कोई गिरफ्तार हुआ क्या?
अभी तक प्राथमिकी दर्ज, जांच चल रही, आरोपी की तलाश जारी है।
Q4. विपक्ष क्यों मांग रहा है राष्ट्रपति शासन?
Kyuki ये घटना बिहार के बढ़ते अपराध और प्रशासनिक कमजोरी का प्रतीक बन रही है।
Q5. आगे क्या हो सकता है?
– ICU सुरक्षा बढ़ाई जाएगी
– अपराधियों के इलाज पर rules tighten हो सकते हैं
– पुलिस और राज्य सरकार पर दबाव बढ़ेगा
Final Thoughts
हत्या सिर्फ एक अपराधी की मौत नहीं, बल्कि बिहार में सारे नागरिकों के लिए एक झंकार है कि अस्पताल जैसे सुरक्षित जगह में भी lawlessness फैल रही है।
अगर सुरक्षा व्यवस्था न सुधरी, तो इस तरह की घटनाएं दोबारा हो सकती हैं — और आज अस्पताल में बंदूक चल रहा है, कल हो सकता है आपके या मेरे घर में!
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